आयत की तरह पढ़ते हैं हर लफ्ज़ तुम्हारा
इबादत-ए-इश्क़ तुम्हारा है मजहब हमारा
पाकीज़गी आपके रूह की इबादत हमारी
हम आइना बन गए हैं जिसमें तस्वीर है तुम्हारी
इबादत-ए-इश्क़ तुम्हारा है मजहब हमारा
पाकीज़गी आपके रूह की इबादत हमारी
हम आइना बन गए हैं जिसमें तस्वीर है तुम्हारी
चैतन्यपूजा में अन्य कविताएं:
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
चैतन्यपूजा मे आपके सुंदर और पवित्र शब्दपुष्प.