अमावास की काली अन्धियारी रात
और ह्रदय में बैठा तम विराट
भेदने हजारों दीप आए
आज दीपावली का प्रकाश जगमगाए
अशुभ थी जो अमावस की रात
आज लक्ष्मीपूजन का पर्व बन गई
प्रेमोल्लास के हर्ष से
आज दीपावली का प्रकाश जगमगाए
सुनहरे पल खुशियों के
घर घर में सजे आज प्रेम से
प्रेम के बंधन दृढ़ हुए
आज दीपावली का प्रकाश जगमगाए
जीवन के सुन्दर रंग खिल उठे
रंगोली बनकर निखर उठे
प्रेम की मिठास बढ़ाते हुए
आज दीपावली का प्रकाश जगमगाए
खिलखिलाई मुस्कुराहट होठोंपर
जब दोस्त नए पुराने आज मिले
खुशियों की सौगात लेके आए
आज दीपावली का प्रकाश जगमगाए
चैतन्यपूजा के सभी मित्रों को दीपावली और नव वर्ष की ढेरों शुभकामनाएँ! आज हमारा मराठी ब्लॉग - विचारयज्ञ चार वर्ष का हुआ | मराठी, हिंदी और अंगरेजी इन तीनों भाषाओँ में लगतार चार वर्ष लेखन आप सबके प्रेम और प्रोत्साहन से ही संभव हो पाया है...:-)
इसके लिए मैं कैसे आपको धन्यवाद दूँ यह समझ में नहीं आ रहा! मैं आज बहुत खुश हूँ और इसका कारण है, आप सब! :-)
ऐसाही साथ बना रहे, आप और हम मिलके ज्ञान, प्रेम और विश्वबंधुत्व के दीप ऐसेही जलाते रहें, हमेशा, यही मेरी ईश्वर से और मेरे सद्गुरूदेव से ह्रदयसे प्रार्थना है!
"शुभ दीपावली!"
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